गर्मी से बचने के देसी तरीके Homemade ways to escape the heat
भारत जैसे देश में जहाँ गर्मी का प्रकोप अक्सर 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुँच जाता है, वहाँ देसी नुस्खे और घरेलू उपाय बहुत कारगर साबित होते हैं। आधुनिक तकनीक ने भले ही एयर कंडीशनर और कूलर जैसी चीज़ें दी हों, लेकिन आज भी देसी तरीके अधिक प्राकृतिक, सस्ते और स्वास्थ्यवर्धक माने जाते हैं। आइए जानते हैं कुछ पारंपरिक और असरदार देसी उपाय जिनकी मदद से भीषण गर्मी में भी आप खुद को ठंडा रख सकते हैं।
1. नींबू पानी और शिकंजी का सेवन
गर्मी में शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) सबसे बड़ी समस्या होती है। नींबू पानी या शिकंजी एक अद्भुत देसी उपाय है जो शरीर में तरलता बनाए रखता है और थकावट दूर करता है। इसमें नींबू, पानी, थोड़ा सा नमक और कभी-कभी चीनी मिलाकर पिया जाता है। नींबू विटामिन C से भरपूर होता है, जो शरीर की गर्मी से लड़ने में मदद करता है।
2. आम का पना
गर्मी के मौसम में कच्चे आम से बना "आम पना" एक बेहद लोकप्रिय और असरदार पेय है। यह शरीर को ठंडक देता है और लू लगने से बचाता है। आम पना बनाने के लिए कच्चे आम को उबालकर, उसका गूदा निकालकर उसमें पुदीना, भुना हुआ जीरा, काला नमक और थोड़ा सा गुड़ मिलाया जाता है। यह पेट को ठंडा रखता है और गर्मी से होने वाली थकान को दूर करता है।
3. खस का शरबत
खस (वेटिवर) का शरबत भी गर्मी में बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसकी खुशबू ठंडी होती है और यह शरीर को शीतलता प्रदान करती है। बाजार में खस का तैयार शरबत मिल जाता है, जिसे पानी में मिलाकर पिया जा सकता है। पुराने समय में लोग खस की जाली से बने पर्दे भी खिड़कियों पर लगाते थे, जिनपर पानी छिड़कने से घर के अंदर ठंडी हवा आती थी।
4. दही और छाछ का सेवन
दही और उससे बनी छाछ गर्मियों में वरदान समान है। दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं और शरीर को ठंडा करते हैं। रोजाना खाने के साथ थोड़ा दही या एक गिलास छाछ पीने से लू लगने का खतरा बहुत कम हो जाता है। इसमें काला नमक, भुना जीरा और पुदीना डालकर स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक बनाया जा सकता है।
5. हल्के और सूती कपड़े पहनना
गर्मी में भारी और गहरे रंग के कपड़े पहनने से शरीर ज्यादा गर्म होता है। इसलिए हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनना सबसे अच्छा होता है। सूती कपड़े पसीना जल्दी सोखते हैं और त्वचा को सांस लेने में मदद करते हैं। सफेद या हल्के रंग के कपड़े धूप को परावर्तित करते हैं जिससे शरीर में गर्मी कम प्रवेश करती है।
6. मिट्टी के घड़े का पानी
पुराने समय में लोग फ्रिज की बजाय मिट्टी के घड़े का पानी पीते थे। घड़े का पानी प्राकृतिक तरीके से ठंडा रहता है और स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। मिट्टी के घड़े से पानी में हल्की मिट्टी की महक आती है जो गर्मी में मन को भी ताजगी देती है। साथ ही यह गला खराब करने का खतरा नहीं बढ़ाता, जैसा कि बहुत ठंडा पानी पीने से हो सकता है।
7. पुदीना और तुलसी का प्रयोग
पुदीना और तुलसी दोनों ही औषधीय पौधे हैं जो शरीर को अंदर से ठंडक प्रदान करते हैं। गर्मियों में पुदीने की चटनी, पुदीने का शरबत या तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीना बहुत लाभकारी होता है। पुदीना न केवल गर्मी को दूर करता है, बल्कि पाचन को भी दुरुस्त करता है। तुलसी का सेवन प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है, जिससे गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है।
8. सुबह और शाम बाहर निकलें
गर्मी के मौसम में दोपहर के समय जब धूप सबसे तीव्र होती है, तब बाहर निकलने से बचना चाहिए। सुबह या शाम के समय जब तापमान थोड़ा कम होता है, तभी बाहर के काम निपटाने चाहिए। अगर दोपहर में बाहर जाना जरूरी हो, तो सिर पर टोपी या गमछा बाँधकर और सनस्क्रीन लगाकर बाहर निकलें।
9. घर को ठंडा रखने के उपाय
घर को ठंडा रखने के लिए खिड़कियों पर गीले पर्दे लगाना एक पुराना देसी उपाय है। सुबह और शाम ठंडी हवा आने पर खिड़कियाँ और दरवाजे खोल देना चाहिए और दोपहर में जब धूप तेज हो तब खिड़कियाँ बंद करके कमरे को अंधेरा और ठंडा बनाए रखना चाहिए। पुराने समय में लोग छतों पर पानी छिड़कते थे ताकि घर के तापमान में कमी आ सके।
10. फलों का सेवन
गर्मी के मौसम में मौसमी फलों जैसे तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी, आम, जामुन आदि का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। ये फल पानी की मात्रा से भरपूर होते हैं और शरीर को आवश्यक विटामिन व मिनरल्स प्रदान करते हैं। तरबूज और खरबूजे जैसे फल शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते और पेट को ठंडा रखते हैं।
11. लू से बचाव के देसी उपाय
लू लगने की स्थिति में प्याज बहुत फायदेमंद होती है। पुराने जमाने में लोग जेब में प्याज रखकर बाहर निकलते थे ताकि लू से बचा जा सके। इसके अलावा, प्याज का रस निकालकर उसे नींबू के रस के साथ मिलाकर सिर पर लगाने से भी लू का असर कम होता है।
12. नारियल पानी का सेवन
नारियल पानी प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है। गर्मी में इसका सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। यह तुरंत एनर्जी देता है, शरीर में पानी की कमी पूरी करता है और पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है। रोजाना एक नारियल पानी पीना गर्मी के प्रभाव से बचने का सरल और स्वादिष्ट उपाय है।
निष्कर्ष
गर्मी से बचने के लिए देसी तरीके आज भी उतने ही प्रभावी हैं जितने हमारे दादा-परदादाओं के समय थे। इन उपायों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये प्राकृतिक हैं, शरीर को नुकसान नहीं पहुँचाते, और बहुत सस्ते भी हैं। अगर हम इन देसी नुस्खों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें, तो बिना किसी बड़े खर्च के भीषण गर्मी को आसानी से मात दी जा सकती है।